मनुष्य/मानव/इंसान :
मानव जीवन का अस्तित्व :
इस ब्रमांड की एक बहुत ही सूच्छम कड़ी है, बहुत ही सुन्दर कड़ी और एक मात्र कड़ी जिसके पास बुद्धि, विवेक और कुछ भी कर सकने का अदम्य साहसः है।
मानव जीवन का अस्तित्व :
हमें जरुरत है तो खुद को पहचानने की, खुद की अंतरात्मा की आवाज सुनने की और अपने जीवन को सफल बनाने की। रोग, द्वेष, दुर्भावना, लड़ाई, बुराई इन सभी से दूर रहने की आवश्यकता है । जब भी हम कुछ गलत या सही काम करने की कोशिश करते है तो हमारा अंतर्मन तुरंत समझ लेता है और गलत काम करने से एक बार तो जरूर रोकता है, जिसकी आवाज हमेशा सही होती है । हमें चाहिए की अपने आपको को स्वस्थ,शक्तिशाली और शक्तिमान बनाये और दुसरो के लिए भी भला ही सोचें।
हरी ॐ
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